'बेटी बचेगी तो बचेगा समाज और देश'
साथ ही दो गरीब बेटियों की शादियों का सामान भी दिया गया। इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में दाती महाराज ने कहा कि बेटियां घरों को रोशन करती है। समाज व राज्य के साथ हम सभी का सामूहिक दायित्व है कि बेटियों के संबंध में फैली भ्रांतियों को दूर कर उन्हें शिक्षित करे, ताकि वे दो परिवारों का भविष्य संवार सके। इस दौरान उन्होंने उपस्थित लोगों को कन्या भू्रण हत्या को रोकने का संकल्प भी दिलाया। गौरतलब है कि शनिधाम ट्रस्ट सामाजिक सरोकार के तहत पिछले 12 साल से जरूरतमंद परिवारों को हर सर्दी की सीजन में कंबल तथा गर्म वस्त्र बांट रहा है। इस मौके पर महंत श्रद्घापुरी, महंत दयापुरी, महंत प्रेमपुरी, नरेश ओझा, सोजतरोड सरपंच कुंदनसिंह, विष्णु व्यास, उदयसिंह जैतावत, अंबालाल, रमेश, पारसमल, डॉ. एचएम चौधरी,डॉ. देवेंद्र चौधरी, राकेश गुप्ता तथा डॉ. मोतीलाल मेवाड़ा समेत कई गणमान्य नागरिक भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के साथ शनिधाम ट्रस्ट
> मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने मंगलवार को जयपुर के टाबर सोसायटी बाल बसेरा में बाल श्रमिकों को कंबल ओढ़ाए। इस दौरान दाती मदन महाराज एवं मां श्रद्धा भी मौजूद थीं।
सेवा और समर्पण से ही ईश्वर की प्राप्ति : दाती महाराज शनिधाम के दाती मदन महाराज ने कहा कि गरीब व निशक्तजनों की सेवा करना व समर्पण के भाव से ही ईश्वर की भक्ति की जा सकती है, इससे बढ़ कर सेवा व कार्य नहीं है। वे बुधवार को समीपवर्ती निचलागढ़ में आयोजित कंबल वितरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। दाती मदन महाराज ने कहा कि सेवा व समपर्ण के भाव से ही ईश्वर की प्राप्ति की जा सकती है। यहां गरीब व निशक्त जनों के बीच आकर अच्छा लग रहा है एवं उनकी कोशिश रहेगी कि आने वाले समय में वह प्रतिमाह इस क्षेत्र में आए और लोगों के बीच इस तरह के कार्य करते रहे। उन्होंने क्षेत्र की गरीब व असहाय लोगों के लिए प्रतिमाह 10 किलो गेहूं वितरित किए जाने की इच्छा जताई और जिला प्रशासन से इसके लिए सूची उपलब्ध कराने को कहा। दाती महाराज ने राष्ट्रीयता व मातृ भूमि को विशेष महत्व देते हुए कहा कि यह मेरी मातृ भूमि एवं इसके प्रति समर्पण, निष्ठा उनका कर्तव्य है एवं इस कर्तव्य को निभाने का प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति में मातृ भूमि एवं देश के प्रति प्रेम नहीं है वह मनुष्य नहीं है। देश व मात्र भूमि के प्रति समर्पण ही व्यक्ति का पहला धैर्य होना चाहिए। वह प्रतिमाह इस क्षेत्र में आकर गरीब व पीडि़त लोगों के बीच सेवाएं देंगे। कलेक्टर रघुवीर सिंह मीना ने कहा कि दाती महाराज का प्रयास सराहनीय है। उनके द्वारा निशुल्क गेहूं वितरित किए जाने के प्रयास पर वह शीघ्र ऐसे लोगों की सूची बनाने का प्रयास करेंगे। उन्होंने सेवा कार्य की सराहना की और भविष्य में ऐसे आयोजन करने का आग्रह किया। उपखंड अधिकारी जितेंद्र कुमार सोनी ने कहा कि दाती महाराज की ओर से किया गया प्रयास सराहनीय है। वह अपने आश्रम व पाली में इस तरह के आयोजन करते रहते हैं। इस आयोजन के तहत 425 महिलाओं व 50 पुरुषों को कंबल वितरित किए गए है। जिला परिषद के सीईओ एसएस पंवार ने भविष्य में ऐसे आयोजन निरंतर होने की आशा प्रकट की।
4400 से ज्यादा बेटियों का सामूहिक जन्मोत्सव मनाया
-दाती महाराज रीलिफ हाॅस्पिटल में सामूहिक बालिका जन्मोत्सव व निःशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर का आयोजन
-4400 से ज्यादा बेटियों का सामूहिक जन्मोत्सव मनाया
-डीएमआर हाॅस्पिटल में चार हजार से अधिक रोगियों की आंखें जांची
-कुपोषण पर आयोजित कार्यशाला में ग्राम समन्वयकों ने की भागीदारी
सोजत। जिला कलक्टर अम्बरीश कुमार ने कहा कि नारी बिना दुनिया की कल्पना नहीं की जा सकती है। नारी सिक्के का दूसरा पहलू है। जिस तरह सिक्के से उसका दूसरा पहलू अलग नहीं किया जा सकता, वैसे ही नारी के बिना दुनिया की कल्पना नहीं की जा सकती है। इस संसार की गाडी को चलाने के लिए नारी की जरूरत जरूरी है। आज नारी हर क्षेत्र में पुरूषों से कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है। ऐसे में नारी की भूमिका काफी महत्वपूर्ण हो गई है। जिला कलक्टर मंगलवार को बागावास गांव के समीप महामण्डलेश्वर परमहंस दाती महाराज की ओर से निर्माणाधीन डीएमआर हाॅस्पिटल परिसर में आयोजित निशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर व सामूहिक बालिका जन्मोत्सव समारोह को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि दाती महाराज की ओर से संचालित किया जा रहा बेटी बचाओ अभियान तथा भू्रण हत्या की रोकथाम अभियान अपने आप में एक मिसाल है। इन अभियानों की बदौलत न सिर्फ राजस्थान में जागरूकता पैदा हो रही है, बल्कि समाज अब बेटियों का महत्व समझने लगा है। आगामी दिनों में इस अभियान की गूंज देश के कोने-कोने में सुनाई देंगी। जिला कलक्टर ने कहा कि दाती महाराज एक संत होकर जिस तरह से समाज और देश की सेवा कर रहे हैं, वह अपने आप में अनुकरणीय है। समारोह में पूर्व सांसद पुष्प जैन ने कहा कि धन की देवी लक्ष्मी, शिक्षा की देवी सरस्वती और शक्ति की देवी जगदम्बा नारी का एक स्वरूप है। आज के समय में भी नारी किसी मदद की मोहताज नहीं है और हर क्षेत्र में सफलता के परचम लहरा रही है। आज के समय में दुनिया का कोई भी काम नारी की मौजूदगी के बिना पूरा नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि मानव जाति को चाहिए कि नारी शक्ति का पूरा सम्मान करें और कोख में उन्हें कत्ल करने की मानसिकता को बदलना चाहिए। समारोह में दाती महाराज ने कहा कि अठारह साल पहले उन्होंने बेटियों पर कोख में हो रहे अत्याचार को गम्भीरता से महसूस किया था। इसी की बदौलत उन्होंने बेटी बचाने और समाज के संतुलन को बचाने के लिए बेटियों को बचाने का अभियान छेडा था। यह अभियान गांव-ढाणियों से लेकर प्रदेश के कोने-कोने तक पहुंचा। नतीजतन, अब यह अभियान प्रदेश में जागरूकता की लहर फैला रहा है। उन्होंने कहा कि समाज में यह मानसिकता बन गई थी कि बेटियां उनके लिए किसी काम की नहीं है। इसी कारण कई परिवार कोख में ही उनका कत्ल कर रहे थे। उन्हें अब यह सोचने को विवश होना पडा है कि बेटियों की कमी आगामी समय में उनके लिए ही परेशानी का सबब बन सकती है। उन्हें मां, पत्नी तो चाहिए थी पर बेटियां नहीं। उन्हें अब यह अहसास हो गया है कि बेटियां नहीं होगी तो दुनिया नहीं चलेगी। समाज ने उन्हें जो स्नेह दिया अब वे उसे ही सेवा के रूप में लोगों के बीच बांट रहे है। उन्होंने कहा कि पश्चिम की परम्पराओं को अपनाने के कारण ही हम कई तरह की परेशानियों से घिर गए है। इसी परिणामस्वरूप हमने बेटियों को किनारे कर दिया है। अब समय आ गया है कि हम बेटियों को गले लगाएं और उन्हें अपना बनाएं। आज के समय में अगर कोई ऐसा नहीं करता है तो उससे बडा कोई दुर्भाग्यशाली नहीं है। कन्या भू्रण हत्या का पाप उसके सिर ऐसा चढेगा कि वह उससे कभी उऋण नहीं हो पाएगा। बेटी बचाओ अभियान में जिला प्रशासन और सरकारी स्तर पर मिले सहयोग का साधुवाद देते हुए उन्होंने कहा कि समाज को जागरूक करने में सरकारी तंत्र हर कदम पर उनके साथ खडा रहा। इस मौके पर सुमेरपुर विधायक मदन राठौड ने कहा कि दाती महाराज का बेटी बचाओ अभियान अनुकरणीय है और वे हर कदम पर इस अभियान की सफलता के लिए तत्पर है। बाली विधायक पुष्पेन्द्रसिंह राणावत ने कहा कि आज की नारी अंतरिक्ष में कदम रख चुकी है। वह रेल के संचालन सरीखा भारी काम कर सकती है। ऐसे में उसकी शक्ति को कम आंकना हमारी भूल होगी। उन्होंने आमजन से आहवान किया कि कन्या भू्रण हत्या का पाप अपने सिर नहीं लें। सोजत विधायक संजना आगरी ने कहा कि बेटियां दो घरों में खुशियां महकाती है। ऐसे में कोख में ही उनका कत्ल कर हम सामाजिक संतुलन को बिगाड रहे हैं। हमें चाहिए कि हम बेटियों को भी वह दर्जा दें जो समाज में बेटों को मिल रहा है। इस मौके पर सिरोही विधायक ओटाराम देवासी ने कहा कि नारी शक्ति का सम्मान करके ही हम अपनी गौरवशाली परम्परा का निर्वहन कर सकते है। कार्यक्रम में गो सेवा प्रकोष्ठ के जिला संयोजक ताराचंद शर्मा, मानदातारसिंह समेत कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।
निःशुल्क शिविर में उमडा जनसैलाब
मेडिकल काॅलेज परिसर में इस मौके पर एएसजी हाॅस्पिटल, डीएमआर हाॅस्पिटल और श्री शनिधाम टस्ट की मेजबानी में आयोजित निःशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर में चार हजार से अधिक मरीजों के आंखों की जांच की गई। एएसजी हाॅस्पिटल के डाॅ शंशाक गांग, डाॅ अरूण सिंघवी, डाॅ नवनीत, डाॅ परवीन जैन, डाॅ कुन्दन व डाॅ अमर ने अत्याधुनिक मशीनों की सहायता से मरीजों के आंखों की जांच कर उन्हें परामर्श व दवाईयां दी। इस दौरान आॅपरेशन योग्य दो सौ से अधिक मरीजों का चयन किया गया, जिनका आॅपरेशन एएसजी हाॅस्पिटल में किया गया। इस दौरान अठारह वर्ष की उम्र से अधिक गरीब, निर्धन व बीपीएल परिवार की ग्यारह छात्राओं के आंखों की जांच करने के उपरांत क्यू लेसिक प्रक्रिया से आॅपरेशन के लिए उन्हें भर्ती किया गया। शिविर में जांच एवं आॅपरेशन योग्य रोगियों का चयन करने में डाॅ हजारीमल चैधरी, डाॅ देवेन्द्र चैधरी, डाॅ आर के पामेचा, डाॅ मोतीलाल मेवाडा, राकेश गुप्ता, नरेश ओझा, संजय मेहता, रामपाल समेत कई गणमान्य लोगों ने अपना सहयोग दिया। शिविर के आरम्भ में सवेरे श्री शनिधाम टस्ट की ओर से एएसजी समूह की ओर से शिविर में अपनी सेवाएं देने आए सभी चिकित्सकों का अभिनंदन किया गया। कार्यक्रम में मां श्रदृधा, मां ध्यानपुरी, सोनल शर्मा, जबरसिंह राजपुरोहित मौजूद रहे। शिविर की व्यवस्थाओं में सिरियारी के उप सरपंच अल्लाबख्श पठान, देसूरी के अल्लारख खां, विष्णु व्यास, शैलेष वर्मा, कैलाश संावलानी व अंकित मरलेचा समेत कई लोगों का सहयोग रहा। कार्यक्रम में एसजेटी काॅलेज राणावास के विद्यार्थियों की सेवाएं सराहनीय रही।
कुपोषण पर जताई चिंता
मेडिकल काॅलेज परिसर में दोपहर में आयोजित कुपोषण विषयक कार्यशाला में मिशन पूर्ण शक्ति से जुडी ग्राम समन्वयकों ने उत्साह से शिरकत की। इस दौरान तीन सौ से अधिक ग्राम समन्वयकों को आर के पामेचा, डाॅ देवेन्द्र चैधरी, मानदातारसिंह समेत कई विशेषज्ञों ने स्लाइडों के माध्यम से कुपोषण पर जरूरी जानकारियां दी। ग्राम समन्वयकों ने विश्वास दिलाया कि वे दाती महाराज की मंशा के अनुरूप पाली जिले में कुपोषण की रोकथाम के लिए अपना पूरा सहयोग प्रदान करेंगी। कार्यशाला से पहले गुजरे तीन महीनों में इस दुनिया में पहला कदम रखने वाली बेटियों के माताओं को कपडे, मिठाई, प्रशस्ति पत्र दिया गया।
महिला दिवस पर हुआ महिलाओं का सम्मान अंतरराष्टï्रीय
महिला दिवस के उपलक्ष्य में मिशनपूर्ण शक्ति एवं श्री शनिधाम ट्रस्ट मदर
एनजीओ के तत्वावधान में श्री शनिधाम पीठाधीश्वर श्री श्री 1008
महामंडलेश्वर परमहंस दाती मदन महाराज के शुभ सान्निध्य में 'बेटी है तो
सृष्टिï हैÓ की तरफ बढ़ता एक और कदम। इस मौके पर समाज को नयी दिशा और
निर्देशन देने वाली लगभग दर्जनभर महिलाओं को श्री शनिधाम ट्रस्ट द्वारा
दाती महाराज की प्रेरणा से सम्मानित किया गया। वहीं दाती महाराज ने कहा कि
'बेटी है तो सृष्टिï हैÓ बिन कन्या के इस सृष्टिï की परिकल्पना नहीं की जा
सकती है। हर समय हमें अपनी सांस्कृतिक विरासत को याद रखते हुए उसे हमेशा
आगे बढ़ाने का प्रयत्न करना चाहिए। हमारे ग्रंथों ने इस बात का उल्लेख किया
है कि जिस घर में नारी की पूजा होती है वहां देवताओं का निवास होता है।
इसलिए हमारे समाज में कन्या को देवी और बहुओं को गृहलक्ष्मी माना जाता है।
लेकिन दहेज की कुप्रथा ने गृहलक्ष्मी के लिए अभिशाप बन गया है। मैं एक बार
पुन: आप सबको याद दिलाना चाहता हूं कि दहेज रूपी दानव को जड़ से खत्म करने
के लिए समाज के सभी लोगों को संकल्प के साथ आगे आना होगा कि हम न दहेज
लेंगे और न देंगे। शनिधाम ट्रस्ट ने आर्थिक रूप से कमजोर 51 महिलाओं को
उनकी सहायतार्थ सिलाई मशीन भेंट की।
इस
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि श्रीमती रश्मि सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि
श्री शनिधाम ट्रस्ट की जितनी प्रशंसा की जाए उतनी कम है। राजस्थान में
महिलाओं को जागरूक करने के लिए अनेक योजनाओं से लाभान्वित किया जा रहा है।
खासकर जैसे - दाती सुमंगला योजना, दाती गरीब कार्ड, दाती संकट मोचन, बेटी
बचाओ अभियान, मिशनपूर्ण शक्ति योजना के मदर एनजीओ भी है श्री शनिधाम
ट्रस्ट, जो महिलाओं को सशक्तिकरण बनाने में अपनी सफल भूमिका निभा रहा है।
वहीं अतिरिक्त पुलिस आयुक्त सुनिल गर्ग ने संबोधित करते हुए कहा कि आज के
इस युग में महिलाओं को कभी अपने से कमतर नहीं आंकना चाहिए। बेटी बचाओ के
मुहिम में श्री शनिधाम ट्रस्ट पिछले कई सालों से तन-मन-धन से लगा हुआ है।
इस अवसर पर जी-न्यूज के एंकर रुबिका कुरैशी, इंडिया टीवी के एंकर सुचारिता,
श्रद्धा एमएच वन की एंकर उर्वशी जैन, फ्यूचर प्वांइट के डायरेक्टर आभा
वंसल, पाश्र्वनाथ डवलपर्स के डायरेक्टर नुतून जैन, कृष्णा घी के एमडी मीना
अग्रवाल, मेदांता अस्पताल के सीनियर सर्जन प्रीति जैन, एस.सी.एस.टी.सेल की
डायरेक्टर के.डी. बंसौर, एम.एच न्यूज के असाइनमेंट हेड सुप्रिया बंसौर आदि
को श्री शनिधाम ट्रस्ट ने शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया। इस अवसर पर टीवोली
ग्रुप के रोहित गुुप्ता, सीनियार आईएएस रमेश तिवारी, भूपेस सिंह, राजेश
श्रीवास्तव, गीता चौपड़ा, रंजीत मलिक, मां श्रद्धा आदि गणमान्य लोग मौजूद
थे।
दाती महाराज यूरोप को देंगे सनातन धर्म का संदेश दाती महाराज ने एक अहसास नाम से की चैनल की शुरुआत दाती महाराज यूरोप को देंगे सनातन धर्म का संदेश सनातन धर्म की निर्मल धारा को सभी तक पहुंचाने के लिए श्रीश्री 1008 महामंडलेश्वर परमहंस दाती महाराज ने एक नई पहल की है। अपनी इस पहल के तहत वह यूरोप और मिडिल ईस्ट के लोगों के बीच सनातन धर्म का संदेश पहुंचाएंगे। इसके लिए दाती महाराज की ओर से यूरोप और मिडिल ईस्ट में एक चैनल की शुरुआत की गई है। इस चैनल का नाम एक अहसास है और इसको ईबी-9 सेटलाइट पर देखा जा सकता है। इस चैनल की पहुंच 120 मीलियन घरों तक होगी। इस चैनल का मुख्यालय बेलज्यिम के ब्रूसेल्स में बनाया गया है। साथ ही वहां पर शनिधाम ट्रस्ट का कार्यालय भी स्थापित किया गया है। इस चैनल के बार में बात करते हुए दाती महाराज ने कहा है कि सनातन धर्म बताता है, ईश्वर एक ही है कोई दूसरा ईश्वर नहीं है। उसे ही ब्रह्म, परब्रह्म, परमात्मा और परमेश्वर कहा जाता है। वह निराकार, निर्गुण और अजन्मा है। उसकी कोई मूर्ति नहीं बनायी जा सकती। वेद अनुसार उसे छोडक़र और किसी की पूजा और प्रार्थना करने वाला उसके लोक में न जाकर जन्म-जन्मांतर तक भटकता रहता है। उसको जो याद करता रहता है उसके सभी दुख मिट जाते हैं। देवता, दानव, भगवान पितर आदि सभी उसी ईश्वर के अधिन है। वे सब भी उसी की प्रार्थना करते हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय सनातन धर्म बहुत महान है। इसमें निहित ज्ञान मनुष्य के सर्वांगीण विकास में सहायक है। यह मनुष्य को जीवन जीने की कला बताता है। यह बताता है कि कठिन और जटिल परिस्थितियों में रहकर जीवन को कैसे सहज और सरल बनाया जा सकता है। इस धर्म की इसी खूबी ने दुनिया को अपनी तरफ आकर्षित किया है। इसीलिए मैं चाहता था कि सनातन धर्म की इन्हीं खूबियां से भारत ही नहीं अपितु पूरी दुनिया लाभान्वित हो। इस चैनल के माध्यम से हमेशा योग, ध्यान, कर्मकांड, जीवन में खुशहाली के नुस्खे, रोजमर्रा की जिंदगी को सरल बनाने के उपाय, राशिफल और आयुर्वेद की जानकारी लोगों तक पहुंचाई जाएगी ताकि सनातन धर्म का प्रचार-प्रसार को सके। चैनल के शुभारंभ पर आयोजित कार्यक्रम में दाती महाराज ने कहा कि आज भारतीय संस्कृति में पाश्चात्य देशों के लोग दिलचस्पी लेने लगे हैं। उनको लगने लगा है कि भौतिकवाद में संपूर्ण सुख नहीं है। भौतिकवादिता के चलते जीवन में कई परेशानियां होती हैं और इन परेशानियों का समाधान खोजते-खोजते मनुष्य थक जाता है। पाश्चात्य देशों के लोगों की भारतीय संस्कृति की ओर बढ़ी जिज्ञासा को शांत करने के लिए मैंने यह पहल की है। मैं इस चैनल के माध्यम से पूरे यूरोप को आध्यात्मिक दृष्टिकोण से जोडऩे का प्रयास कर रहा हूं। मेरा जीवन मानव मात्र के लिए समर्पित है। मैं सदा ही सेवा में विश्वास करता हूं क्योंकि यही मेरा कर्म और यही मेरी पूजा है। बता दें कि दाती महाराज इन दिनों यूरोप के आठ देशों की यात्रा पर हैं। इस दौरान वह आस्ट्रीया, बेलज्यिम, हॉलैंड, फ्रांस, स्वीटजरलैंड, जर्मनी, इटली और लैक्समबर्ग में लोगों को आध्यात्म से अवगत कराएंगे।