सेवा और समर्पण से ही ईश्वर की प्राप्ति : दाती महाराज
शनिधाम के दाती मदन महाराज ने कहा कि गरीब व निशक्तजनों की सेवा करना व समर्पण के भाव से ही ईश्वर की भक्ति की जा सकती है, इससे बढ़ कर सेवा व कार्य नहीं है। वे बुधवार को समीपवर्ती निचलागढ़ में आयोजित कंबल वितरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। दाती मदन महाराज ने कहा कि सेवा व समपर्ण के भाव से ही ईश्वर की प्राप्ति की जा सकती है। यहां गरीब व निशक्त जनों के बीच आकर अच्छा लग रहा है एवं उनकी कोशिश रहेगी कि आने वाले समय में वह प्रतिमाह इस क्षेत्र में आए और लोगों के बीच इस तरह के कार्य करते रहे। उन्होंने क्षेत्र की गरीब व असहाय लोगों के लिए प्रतिमाह 10 किलो गेहूं वितरित किए जाने की इच्छा जताई और जिला प्रशासन से इसके लिए सूची उपलब्ध कराने को कहा। दाती महाराज ने राष्ट्रीयता व मातृ भूमि को विशेष महत्व देते हुए कहा कि यह मेरी मातृ भूमि एवं इसके प्रति समर्पण, निष्ठा उनका कर्तव्य है एवं इस कर्तव्य को निभाने का प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति में मातृ भूमि एवं देश के प्रति प्रेम नहीं है वह मनुष्य नहीं है। देश व मात्र भूमि के प्रति समर्पण ही व्यक्ति का पहला धैर्य होना चाहिए। वह प्रतिमाह इस क्षेत्र में आकर गरीब व पीडि़त लोगों के बीच सेवाएं देंगे। कलेक्टर रघुवीर सिंह मीना ने कहा कि दाती महाराज का प्रयास सराहनीय है। उनके द्वारा निशुल्क गेहूं वितरित किए जाने के प्रयास पर वह शीघ्र ऐसे लोगों की सूची बनाने का प्रयास करेंगे। उन्होंने सेवा कार्य की सराहना की और भविष्य में ऐसे आयोजन करने का आग्रह किया। उपखंड अधिकारी जितेंद्र कुमार सोनी ने कहा कि दाती महाराज की ओर से किया गया प्रयास सराहनीय है। वह अपने आश्रम व पाली में इस तरह के आयोजन करते रहते हैं। इस आयोजन के तहत 425 महिलाओं व 50 पुरुषों को कंबल वितरित किए गए है। जिला परिषद के सीईओ एसएस पंवार ने भविष्य में ऐसे आयोजन निरंतर होने की आशा प्रकट की।