मन विचारों की गहरी खाई :परमहंस दाती महाराज
झाला उपवन में गत मंगलवार को श्रीश्री 1008 महामंडलेश्वर परमहंस दाती महाराज ने कहा कि मन विचारों की गहरी खाई है। इसमें निरंतर मंथन होता है। विचारों से परिवार बनता है और उजड़ता है इसलिए विचारों का शुद्धिकरण जरूरी है। उन्होंने कहा कि मनुष्य को ज्ञान का अभिमान है, लेकिन अभिमान का ज्ञान नहीं है, यह दुख का कारण है। अभिमान का ज्ञान प्राप्त करने वाला ही सद्गुरु का शिष्य होता है, वह परम आनंद और शांति का अनुभव कर सकता है। परमात्मा मानने का नहीं जानने का विषय है, जो अगोचर रूप में हमारे भीतर मौजूद है। इसकी अनुभूति गुरु ही करवा सकता है।
उन्होंने कहा कि गुरु को शिष्य नहीं बनाता, बल्कि गुरु शिष्य का चयन करते हैं। दाती महाराज ने कहा कि दाती का सही अर्थ होता है, देने वाला। इसके लिए हर मनुष्य को अपने जीवन में बुराइयों को त्यागने तथा अच्छाइयों को अपनाना चाहिए। इस दौरान उन्होंने ज्ञान चर्चा से परमेश्वर की प्राप्ति, शांतचित्त, मन तथा विकारों को त्यागने जैसे कई सवालों का सटीक जवाब भी दिया। दाती ने कहा कि रामायण, गीता व भागवत की चर्चा करने तथा उनका श्रवण करने के साथ उनके उपदेशों को आत्मसात करना भी चाहिए। अपने अंहकार को मारने के लिए मन में बुरे विचारों को त्यागने का भी उन्होंने संदेश दिया। दाती ने कहा कि ईश्वर ने मनुष्य को इतना अच्छा यह शरीर दिया है। मनुष्य को अपने उस निश्चेतन्य के प्रति चैतन्य होने के लिए वे उस निज स्वरूप के दर्शन के लिए इस योनी में ही मनुष्य उस परमतत्व को पाकर मोक्ष प्राप्त कर सकता है। इसके लिए प्रभु भक्ति जरूरी है।
हीरो पायो गुरुजी थारे नाम रो गुरु वंदना के साथ शुरू कार्यक्रम में आलावास आश्रम की बालिकाओं ने दाती के मंच पर आने पर चरणों की सेवा में लगा लो गीत सुनाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। निहारी कार्यक्रम में दाती महाराज के महानिर्वाणी अखाड़े में महामंडलेश्वर का पटाभिषेक करने व शाही स्नान करने की प्रोजेक्टर के माध्यम से दिखाई झलकियों को श्रद्धालु निहारते रह गए। इस अवसर पर पूर्व विधायक भीमराज भाटी, शंकर भासा, जयसिंह सोकड़ा, तखतसिंह राणावत, अंबालाल वागोरिया, सोहन चंदेल, नेमीचंद तोसावरा, अजीज दर्द, पं.शंभुलाल शर्मा, पार्षद मोटू भाई व चेतन झाला सहित बड़ी संख्या में शहरवासी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन ओम आचार्य ने किया। आयोजन समिति के डॉ. एसएम चौधरी, डॉ. देवेन्द्र चौधरी व राकेश गुप्ता ने आभार जताया तथा शनिधाम की ओर से संचालित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जानकारी दी।